ए रूह तू जरा धीरे-धीरे निकल, कहीं उस बेखबर को खबर ना हो जाए, मेरी जिंदगी की दुआ मांगती है…
दर्द होता है मगर शिकवा नहीं करते,कौन कहता है कि हम वफ़ा नहीं करते,आखिर क्यों नहीं बदलती तकदीर आशिक की,क्यूँ…