सबकी पगड़ी को हवाओं में उछाला जाए,
सोचता हूँ कोई अखबार निकाला जाए,
पी के जो मस्त है उनसे तो कोई खौफ नहीं,
पी के जो होश में है उनको संभाला जाए!
Sabki pagdi ko hawaao mein uchala jaaye,
Sochta hun koi akhbaar nikaala jaye,
Pee ke jo mast hai unse to koi khauf nahi,
Pee ke jo hosh mein hai unko sambhala jaaye!
हर किसी पे बरसता एक बादल हो जाएगी,मेरा यकीं कर तू मेरे बिना पागल हो…
ज़िंदगी का सफर हम तुम्हारे नाम यूँ ही ना करते,उस रब का इशारा ना होता…
हम तुम्हें किसी भी हाल में खोना नहीं चाहते,तुम्हारी कसम, हम तुम्हारे सिवा किसी और…
कितना चुभने लगा हूँ सबको, मैं छुरा तो नहीं हूँ,जानी, तुम जितना बुरा बताते हो…
जो मना कर दिया है हमें आपने,खुदा कसम, जिंदगी भर तुम्हें इसका मलाल जरूर रहेगा!Jo…
मोटिवेशन (प्रेरणा) एक इंसानी फीलिंग है जो हमे सफलता के रास्ते की तरफ ले जाने…