ज़िंदगी अब फिर उसी मोड से शुरू करनी है,जहां बाजार पूरा अपना था, और तू अजनबी!Zindagi ab fir usi maud…
मत सुन करो मेरी शायरी को गौर से जनाब,कुछ याद रह गया कभी तो मुझे भूल नहीं पाओगे!Mat suna karo…