चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊंगा,या तो मंजिल मिल जाएगी, या अच्छा मुसाफिर बन जाऊंगा!Chalta rahunga path…
तू ही बता दिल की तुझे समझाऊँ कैसे,जिसे चाहता है तू उसे नजदीक लाऊँ कैसे,यूं तो हर तमन्ना हर एहसास…